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प्रधानमंत्री मोदी ने कर्तव्य भवन-3 का किया उद्घाटन, सरकारी मंत्रालयों को मिलेगा नया अत्याधुनिक परिसर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार, 6 अगस्त 2025 को कर्तव्य पथ पर स्थित नवनिर्मित कर्तव्य भवन-3 का औपचारिक उद्घाटन किया। यह भवन, सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत निर्मित 10 भवनों की श्रृंखला का पहला पूर्ण भवन है। प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन के साथ ही इसमें मंत्रालयों और विभागों के शिफ्ट होने की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है।
क्या है खास कर्तव्य भवन-3 में?
लगभग 1.5 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले इस अत्याधुनिक कार्यालय परिसर में दो बेसमेंट और सात मंजिलें (भूतल + 6) हैं। यह भवन नवीनतम तकनीक से युक्त है और हरित भवन (Green Building) के सभी मानकों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।
प्रमुख विशेषताएं:
स्मार्ट एंट्री सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी।
कमांड सेंटर से पूरे भवन की निगरानी।
सोलर पैनल, सौर वॉटर हीटर, और ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन।
अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण, ठोस कचरा प्रबंधन।
ऊर्जा की 30% तक बचत: एलईडी लाइट्स, ऑटोमैटिक लाइट सेंसर, स्मार्ट लिफ्ट्स, और ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली।
पर्यावरण-संवेदी निर्माण: विशेष कांच की खिड़कियां जो तापमान और ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करती हैं।
इन मंत्रालयों को मिलेगा नया पता
कर्तव्य भवन-3 में कई प्रमुख मंत्रालयों और विभागों को स्थानांतरित किया जाएगा, जैसे:
गृह मंत्रालय
विदेश मंत्रालय
ग्रामीण विकास मंत्रालय
एमएसएमई मंत्रालय
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT)
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय
प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) का कार्यालय
इन सभी मंत्रालयों को एकीकृत करने से सहयोग, दक्षता और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
क्या है भविष्य की योजना?
शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जानकारी दी कि:
कर्तव्य भवन-1 और 2 अगले महीने तक तैयार हो जाएंगे।
शेष 7 भवन अप्रैल 2027 तक पूरे हो जाएंगे।
इस परियोजना पर करीब 1000 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है।
इसके पूरा होने के बाद सरकार को हर साल करीब 1500 करोड़ रुपये के किराये की बचत होगी।
पुराने भवनों जैसे शास्त्री भवन, कृषि भवन, उद्योग भवन आदि में कार्यरत मंत्रालय अब इन नए भवनों में स्थानांतरित होंगे।
भवन को इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन से जोड़ने के लिए नई मेट्रो लाइन प्रस्तावित है।