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कजरी तीज 2025: माता पार्वती को अर्पित करें ये शुभ वस्तुएं, पाएं अखंड सौभाग्य और सुख-समृद्धि का वरदान
✨ कजरी तीज का महत्व
कजरी तीज भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। यह पर्व भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है और इनके शुभ मिलन की स्मृति में मनाया जाता है। विवाहित महिलाएं इस दिन व्रत रखकर पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करती हैं, वहीं कुंवारी कन्याएं मनचाहा वर पाने के लिए यह व्रत करती हैं।
🌺 माता पार्वती को अर्पित करें ये वस्तुएं
इस दिन माता पार्वती को यदि विशेष वस्तुएं अर्पित की जाएं, तो उनका आशीर्वाद जीवन में अखंड सौभाग्य, समृद्धि और संतान सुख का कारण बनता है:
सिंदूर और कुमकुम
मेहंदी और बिंदी
चूड़ियाँ और बिछुआ
कंघी और दर्पण
इत्र और हरी चुनरी
हरे रंग की साड़ी
16 श्रृंगार की सामग्री (विवाहित महिलाओं द्वारा)
मान्यता है कि यह श्रृंगार सामग्री माता पार्वती को अर्पित करने से वैवाहिक जीवन में स्थायित्व और शुभता आती है।
📆 कजरी तीज 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
तृतीया तिथि प्रारंभ: 11 अगस्त 2025 को सुबह 10:33 बजे
तृतीया तिथि समाप्त: 12 अगस्त 2025 को सुबह 8:40 बजे
👉 उदया तिथि के अनुसार व्रत की तिथि: 12 अगस्त 2025 (मंगलवार)
🔔 पूजा के शुभ मुहूर्त:
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:23 से 5:06
विजय मुहूर्त: दोपहर 2:38 से 3:31
गोधूलि मुहूर्त: शाम 7:03 से 7:25
निशिता काल: रात 12:05 से 12:48