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सावन शिवरात्रि 2025: विवाह में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए करें ये प्रभावशाली उपाय

 

सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष रूप से पूजनीय और फलदायी माना जाता है। विशेषकर सावन शिवरात्रि का दिन, भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा पाने का सर्वोत्तम अवसर होता है। मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा और विधिपूर्वक किए गए उपायों से विवाह में आ रही अड़चनें दूर हो सकती हैं और शीघ्र ही विवाह के योग बनते हैं।

इस वर्ष कब है सावन शिवरात्रि?

चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 23 जुलाई 2025, प्रातः 4:39 बजे

चतुर्दशी तिथि समाप्त: 24 जुलाई 2025, रात्रि 2:28 बजे

पर्व मनाया जाएगा: 23 जुलाई 2025 को

सावन शिवरात्रि का धार्मिक महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी पावन तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इस दिन विधिवत पूजा करने से न केवल वैवाहिक जीवन में सुख-शांति आती है, बल्कि जिनके विवाह में विलंब या बाधाएं आ रही हों, उनके लिए यह दिन विशेष रूप से शुभ फलदायी हो सकता है।

विवाह संबंधी बाधाएं दूर करने के लिए करें ये उपाय

षोडशोपचार पूजन करें
शिवलिंग का षोडशोपचार विधि से पूजन करें — इसमें जल, दूध, दही, घी, मधु, शक्कर, पुष्प, धूप, दीप आदि का समावेश हो।

हल्दी मिले दूध से अभिषेक
शिवलिंग पर हल्दी मिले दूध का अभिषेक करें। हल्दी को विवाह का प्रतीक माना जाता है और यह उपाय विवाह योग को प्रबल करता है।

माता पार्वती को अर्पित करें सुहाग की वस्तुएं
माता पार्वती को चूड़ियाँ, सिंदूर, बिंदी, मेहंदी जैसी सुहाग सामग्रियाँ अर्पित करें। इससे देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और शीघ्र विवाह के संकेत मिल सकते हैं।

"ॐ नमः शिवाय" का जाप करें
इस पवित्र मंत्र का एकाग्रचित्त होकर जाप करें। जाप के साथ मन में विवाह की शुभ कामना करें।

कुंवारी कन्याएं रखें व्रत
जो महिलाएं या कन्याएं विवाह योग्य हैं, वे इस दिन व्रत रखें और सच्चे मन से भगवान शिव से योग्य जीवनसाथी की कामना करें।

सावधानी और श्रद्धा रखें प्रथम स्थान पर

इन उपायों को करते समय मन में श्रद्धा और विश्वास अवश्य रखें। यह न केवल आध्यात्मिक रूप से बल प्रदान करता है, बल्कि मानसिक रूप से भी सकारात्मकता बढ़ाता है।