श्री 1008 शांतिनाथ भगवान की बड़ी मूर्ति के 108 फीट उॅंचे षिखर पर 4 टन वजनी चाबी लगाई गई

श्री 1008 शांतिनाथ भगवान की बड़ी मूर्ति के 108 फीट उॅंचे षिखर पर 4 टन वजनी चाबी लगाई गई
श्री 1008 शांतिनाथ भगवान की बड़ी मूर्ति के 108 फीट उॅंचे षिखर पर 4 टन वजनी चाबी लगाई गई

श्री 1008 शांतिनाथ भगवान की बड़ी मूर्ति के 108 फीट उॅंचे षिखर पर 4 टन वजनी चाबी लगाई गई
समाज के सभी गणमान्य महानुभावों, माताओं, बहनो ने चाबी पर बनाया स्वास्तिक
श्री 1008 माज्जिनेन्द्र सहस्रनाम महाअर्चना पूर्ण विधि विधान के साथ सम्पन्न एवं विष्व शांति महायज्ञ में सम्पूर्ण विष्व की मंगल कामना के साथ भव्य रथ यात्रा बड़े धूमधाम से निकाली गयी
सरलता सरल व्यक्ति ही प्राप्त कर सकता है कठोर व्यक्ति नहीं -  108 उपाध्याय वृषभानंद जी मुनिराज

 - मूलनायक 16 वें तीर्थंकर प्रभु श्री 1008 शांतिनाथ स्वामी के जन्म तप व मोक्ष कल्याणक के पावन अवसर पर श्री 1008 जिनसहस्रनाम महामंडल विधान महोत्सव में विष्व शांति महायज्ञ एवं रथयात्रा पूर्ण भक्तिभाव से श्री जिनशासन तीर्थक्षेत्र नाकामदार अजमेर में परम पूज्य आचार्य श्री 108 वसुनंदीजी महाराज के सुयोग्य शिष्य परम पूज्य उपाध्याय श्री 108 वृषभानंद जी मुनिराज, पूज्य मुनि श्री सदानंद जी मुनिराज एवं क्षुल्लक श्री पूर्णानंद जी महाराज के पावन सानिध्य में सम्पन्न हुई।  


यह जानकारी देते हुए मंत्री विनीत कुमार जैन ने बताया कि आज बुधवार को तीर्थंकर प्रभु श्री 1008 शांतिनाथ स्वामी जन्म तप व मोक्ष कल्याणक महामहोत्सव पर प्रातः 5ः00 बजे आदि सृष्टि महिला मण्डल, सुन्नदा महिला मण्डल, स्वतन्त्र जैन चिन्तन महिला प्रकोष्ठ व ब्राहमी महिला मण्डल सहित सैकड़ो समाज की महिलाओं द्वारा भगवान के बधाई गीत गाते हुये भक्ति नृत्य किये गये तथा भगवान को पालना में झुलाया गया तत्पष्चात् प्रातः 6.00 बजे से जिनाभिषेक तथा श्रीजी के कलषाभिषेक एवं स्वर्ण झारी से मुख्य प्रथम शांतिधारा मुख्य शांतिधारा करने का सौभाग्य विनोद कुमार राहुल कुमार गौरव सचिन जैन साहबजाज परिवार को प्राप्त हुआ जिसमें विष्व में सभी प्राणियों का मंगल हो आपसी प्रेम व भाईचारा बढे, अहिंसा का प्रचार हो। इसी क्रम में नित्य नियम पूजा एवं मण्डल विधान पूजन एवं शांतिनाथ भगवान के मुख्य निर्वाण मोदक समर्पित करने का सौभाग्य विनीत कुमार नवनीत कुमार आषीष कुमार अभिषेक  सक्षम श्रीमती सलौनी जैन कु. कृति जैन उन्नैरिया परिवार को प्राप्त हुआ। तत्पष्चात् प्रातः 7ः30 बजे से विष्व शांति महायज्ञ जिसमें जीव मात्र के प्रति दया भाव, विष्व में शांति हो सद्भाव हो इस हेतु विषेष मंत्रोच्चारण करते हुए हवन किया गया। प्रातः 08.15 बजे से श्री जिनेन्द्र भव्य रथयात्रा जिनषासन तीर्थ क्षेत्र से प्रारम्भ होकर बैक कॉलेानी, होते हुए रेणु शर्मा क्लिीनिक, पेट्रोल पम्प होते हुए गांधी नगर होते हुऐ गली नं. 4 से चर्च के पास होते हुए चंुगी चौकी जैन मंदिर होते हुए पुनः जिनषासन तीर्थ क्षेत्र पहंुची। जुलुस में एक हाथी, एक स्वर्णमयी रथ, तीन बैण्ड, पॉच घोड़े, 11 बग्गी, 10 ढोल साथ चले जिसमे सौधर्म इन्द्र श्रावक श्रेष्ठी श्री विनीत कुमार अमित कुमार धीरज कुमार जैन साहबजाज सुपुत्र श्रीमती कमलादेवी- स्व.श्री अशोक जैन साहबजाज अजमेर, चक्रवर्ती श्रावक श्रेष्ठी श्री अमित कुमार सुनील कुमार जैन नायक नाकामदार अजमेर, महायज्ञनायक श्रावक श्रेष्ठी श्री अमित कुमार श्रीमती भारती जैन चड़ोसिया नाका मदार अजमेर, धनपति कुबेर श्रावक श्रेष्ठी श्री विजेंद्र कुमार  राजेंद्र कुमार हेवेंद्र कुमार जैन घीया नाकामदार अजमेर, पूज्य उपाध्याय श्री के पाद्पक्षालन करने का सौभागय पवन कुमार गौरव कुमार जैन परिवार को प्राप्त हुआ, जिनवाणी भेंटकर्ता रतन स्वरूप देवेन्द्र स्वरूप साहुला परिवार को प्राप्त हुआ। जुलूस में महिला, पुरूष व बच्चे धर्म ध्वजा ले कर जय घोष के साथ आगे आगे चले। रथ यात्रा का समाज के कई जैन परिवारो के द्वारा स्वागत किया गया। जगह-जगह श्रीजी के रथ की आरती उतारी गयी, स्वागत द्वार सजाये गये व फरियों से रथ यात्रा स्वागत किया गया।
यह जानकारी देते हुए महामंत्री मनोज जैन कोलानायक ने बताया कि आज की भव्य एवं ऐतिहासिक रथ यात्रा में स्वर्णमयी रथ में शांतिनाथ भगवान की प्रतिमा को विराजमान करने का सौभाग्य व भगवान के सारथी बनने का सौभाग्य वीरेन्द्र कुमार नमन कुमार कुपदीप कुमार हरीष चन्द ठकुरिया परिवार को प्राप्त हुआ। खवासी बनने का सौभाग्य विरेन्द्र कुमार नमन कुमार जैन ठकुरिया बाड़मेर परिवार को, प्रथम चवरकर्ता ईष अंष जैन पचगईया परिवार को प्राप्त हुआ। आज जाप अनुष्ठान मंगल कलष स्थापनाकर्ता परिवार विधान के कुबेर इन्द्र मुकेष कुमार योगेष कुमार सौरभ जैन न्यू टेन्ट  परिवार रहे जो गजरथ पर सवार होकर रत्नो की वृष्टि करते हुए पूरे रथयात्रा में चले।  


इसी क्रम में दोपहर 11ः00 बजे प.पू. उपाध्याय श्री 108 वृषभानंदजी महाराज ने मांगलिक उद्बोधन देते हुए कहा कि विधान के समापन पर जिनषासन तीर्थ क्षेत्र कमेटी, सकल दिगम्बर जैसवाल जैन समाज अजमेर एवं मंदिर कमेटी एवं अन्य कमेटियों के द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया गया इसके लिए वह साधुवाद के पात्र है। आज ऐतिहासिक व भव्य महामण्डल विधान सम्पन्न हुआ जिसमें प्रत्येक परिवार ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। प्रत्येक प्राणी को परस्पर प्रेम पूर्वक रहना चाहिये। समाज में आपसी भाईचारा, मेल मिलाप होना चाहिये। आज के दिन हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिये की जब भी धार्मिक आयोजन हो रथयात्रा निकले हम सबको पूर्ण श्रृद्धा निष्ठा भक्ति के साथ रथयात्रा का स्वागत करना चाहिये। इस अवसर पर उन्होने कहा कि समय अत्यन्त मूल्यवान द्रव्य है, जो केाई समय के मूल्य को पहचान लेते है वे संतों की संगति का सदुपयोग कर सकते है और वही प्राणी निःसंदेह महापुरूष व अमूल्य रत्न कहलाते है। समय का दुरूपयोग करने वाले लोग ही समयाभाव की षिकायत किया करते है जो समय का सदुपयोग करते है उनके पास सद्कार्यो के लिए कभी भी समयाभाव नहीं होता है। अज्ञानी व्यक्ति समय होने पर भी आलस्य के कारण उसका दुरूपयोग करते रहते है। जबकि आलस्य ही हमारा सबसे बड़ा शत्रु है। व्यक्ति ऊपर से सरलता, सहजात का लेबल चिपकाकर अन्दर में छल कपट का जहर भरा रहता है और स्वयं को सीधा सच्चा मान लेता है। जब तक अन्दर में सरलता नहीं आयेगी तब तक बाहर की सरलता कार्यकारी नहीं हो सकती। सरलता को प्राप्त करना सरल नहीं होता और यह बात भी सत्य है कि सरलता कठोर बनकर प्राप्त नहीं की जा सकती, उसे तो सरल व्यक्ति ही प्राप्त कर पाता है।
इसी क्रम में दोपहर 12ः00 बजे प्रतिष्ठाचार्य नमन भैया जी, नाटककार चर्तेष भैया व संगीतकार ऋषभ भैया का माला, मुकुट तिलक लगाकर व प्रषस्ति पत्र भेंट कर सम्मान किया गया।  सायंकाल 6.00 बजे पू. उपाध्याय श्री द्वारा गुरु भक्ति/ आनंद यात्रा, प्रश्न मंच का आयेाजन श्री जिनषासन तीर्थ क्षेत्र स्थित मुख्य पाण्डाल किया गया जिसमें विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार का वितरण किया गया। सायंकाल 7.15 बजे श्री भक्तामर स्त्रोत दीप महाअर्चना, सायंकाल 7.30 बजे संगीतमय महाआरती दिलीप जैन सचिन जैन जयपुर वाले परिवार के द्वारा गाजे बाजे के साथ हाथी पर महाआरती एम.डी.एस कॉलोनी से प्रारम्भ होकर चुंगी जैन मंदिर होते हुए जिनषासन तीर्थ क्षेत्र जैन मंदिर पहंुची जिसमें समाज के सभी महिला मण्डल एवं समाज बन्धुओं की उपस्थिति रही। रात्रि 8.15 बजे आदरणीय बाल ब्र. श्री नमन भैयाजी के मांगलिक प्रवचन आयोजित किये गये। इसी क्रम में रात्रि 9.00 बजे धार्मिक/सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला में महिला मण्डलो द्वारा बधाई गीत गाये गये व सुन्दर भजनो की प्रस्तुत की गई।
इस दौरान प्रन्यास कमेटी के अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार जैन बाड़मेर वाले, अभय कुमार जैन साहबजाज, उपाध्यक्ष जयचन्द जैन पॉण्डया, महामंत्री मनोज जैन कोलानायक, मंत्री विनीत कुमार जैन, अषोक कुमार जैन एडवोकेट, कोषाध्यक्ष रूपेष जैन दनगसिया मीटर वाले, लेखानिरीक्षक विनीत कुमार जैन साहबजाज, भंडारी मनीष साहबजाज, निर्मल कोठारी, धनेष दनगसिया, स्वदेष ढिलवारी, पवन कुमार जैन बढ़ारी, राहुल जैन पंचगईया, लोकेष ढिलवारी, नीरज सुथनिया, सुनील ढिलवारी, राजकुमार पॉण्डया, कपिल जैन दनगसिया, योेेगेन्द्र कुमार कोलानायक, प्रणव ढिलवारी, अनुप दनगसिया, प्रदीप महतिया, अनिल पॉण्डया, उमेष साहबजाज, आषीष कोठारी सहित अनेक समाजबन्धु मौजूद रहे।