इसी साल दौड़ेगी हाइड्रोजन ट्रेन

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 1 फरवरी को संसद में बजट सत्र के दूसरे दिन बजट भाषण दिया. इस भाषण में सरकार ने रेलवे के लिए 2.4 लाख करोड़ का बजट आवंटित किया है. बजट में रेलवे की नई योजनाओं के लिए 75000 करोड़ रुपये का फंड का ऐलान किया है. बजट भाषण के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस भी शुरू हो गई है. कॉन्फ्रेंस में बजट के बाद वित्त मंत्री मीडिया के जरिए बजट के अहम बिंदुओं पर प्रकाश डालने का काम कर रही हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अब तक वंदे भारत एक्सप्रेस चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री यानी आइसीएफ में ही तैयार हुए हैं. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए दूसरी कोच फैक्ट्रियों में भी वंदे भारत एक्सप्रेस के कोच तैयार होंगे. सोनीपत, लातूर और रायबरेली में वंदे भारत एक्सप्रेस के रैक तैयार किए जाएंगे. इसके अलावा ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए हाइड्रोजन ट्रेन को लेकर भी बड़ी घोषणा हुई है. सरकार ने दिसंबर 2023 तक हाइड्रोजन ट्रेन चलाने का ऐलान किया है. इस ट्रेन को सबसे पहले कालका शिमला हेरीटेज लाइन पर चलाया जाएगा. इसी साल दौड़ेगी हाइड्रोजन ट्रेन हाइड्रोजन ट्रेन (Hydrogen Train) 1950-60 दशक के ट्रेनों को रिप्लेस करेंगी. कॉन्फ्रेंस में रेल मंत्री ने कहा कि हाइड्रोजन ट्रेन को शुरुआत में देश के अलग-अलग 8 रूटों पर चलाया जाएगा, जिसे दिसंबर 2023 तक शुरू किया जा सकता है. बता दें कि भारत से पहले चीन और जर्मनी में हाइड्रोजन ट्रेन की सेवा शुरू हो चुकी है. जर्मनी में साल 2018 से हाइड्रोजन ट्रेन की टेस्टिंग चल रही थी. रेल मंत्री ने कहा कि अमृत भारत स्कीम में बड़े स्टेशन सहित कुल 1275 स्टेशन का री-डेवलप किया जाएगा. सोनीपथ, लातूर और रायबरैली में वंदे भारत ट्रेन का उत्पादन शुरु होगा. ग्रीन ग्रोथ पहल के तहत दिसंबर 2023 तक हाइड्रोजन ट्रेन भी बनकर निकलेगी. इसे हैरिटेड सर्किट में चलाया जाएगा. बिजली के लिए अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट व पहाड़ी इलाकों में एनर्जी कॉरिडोर बनाए जाएंगे

इसी साल दौड़ेगी हाइड्रोजन ट्रेन