आज से शुरू हो रहा है चोर पंचक
अगर आप किसी शुभ कार्य को करने के बारे में सोच रहे हैं तो फिलहाल कुछ समय के लिए इसे टाल देने में ही भलाई है. क्योंकि आज यानि 9 जून से चोर पंचक लगने जा रहा है जो कि ज्योतिष के अनुसार एक बेहद ही अशुभ नक्षत्र होता है और इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता.
पंचक पांच दिनों तक रहता है और कहते हैं कि ऐसे में अगर कोई मांगलिक कार्य किया जाए तो अनिष्ठ होने की संभावना रहती है. आइए जानते हैं क्यों कहते हैं इसे चोर पंचक और कब से कब तक रहेगा.
कब से कब तक रहेगा पंचक?
हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि यानि आज 9 जून को सुबह 6 बजकर 2 मिनट पर शुरू हो गया है और पांच दिन तक रहेगा. इसका मतलब है कि पंचक की समाप्ति आषाढ़ माह की दशमी तिथि यानि 13 जून को दोपहर 1 बजकर 32 मिनट पर होगी.
क्या होता है पंचक?
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, पांच नक्षत्रों (धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती) के योग को पंचक कहते हैं. इन पांच दिनों के दौरान चंद्रमा धनिष्ठा नक्षत्र के तृतीय चरण और उत्तराभाद्रपद, पूर्वाभाद्रपद, रेवती और शतभिषा नक्षत्र के चारों चरणों में भ्रमण करता है, जिससे पंचक काल शुरू होता है. हर 27 दिन बाद पंचक आते हैं.
चोर पंचक क्या है?
हिंदू पंचांग व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब पंचक शुक्रवार के दिन शुरू होता है तो उसे चोर पंचक कहा जाता है. इस बार पंचक आज यानि शुक्रवार से शुरू हो रहे हैं और इसलिए इसे चोर पंचक नाम दिया गया है.
पंचक में भूलकर न करें ये काम
पंचक काल को अशुभ नक्षत्र कहा जाता है और इस दौरान गलती से भी कोई शुभ मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए.
पंचक काल में शादी, विवाह, मुंडन और नामाकरण जैसे शुभ कार्यों को भी करने की मनाही होती है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पंचक काल में दौरान दक्षिण दिशा की ओर यात्रा नहीं करनी चाहिए.
यदि घर या मकान बनवा रहे हैं तो पंचक काल में घर की छत नहीं डालनी चाहिए.
पंचक के दौरान घर की चारपाई नहीं बनानी चाहिए. माना जाता है कि इससे बढ़ा संकट आता है.
डिस्क्लेमर: दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं. Swami News इसकी पुष्टि नहीं करता. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.