हिंदू धर्म में धनतेरस का बहुत अधिक महत्व होता है। दिवाली से पूर्व धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। धनतेरस के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा होती ही है क्योंकि उन्हें धन की देवी माना जाता है लेकिन इस दिन कुबेर जी की पूजा का भी विशेष महत्व होता है लेकिन क्यों कुबेर जी की पूजा धनतेरस पर विशेष रूप से होती है और उनकी पूजा का क्या महत्व होता है इसके बारे में हम आपको इस लेख में बताएंगे।
धनतेरस का पर्व धन से जुड़े कार्यों के लिए बहुत ज्यादा शुभ होता है। यह दिन मुख्य रूप से देवी लक्ष्मी को समर्पित किया गया है। माता लक्ष्मी जी की पूजा से धन और समृद्धि का लाभ मिलता है। आपको बता दें कि इस दिन लोग कुबेर जी की भी पूजा करते हैं।
उनकी पूजा करने का भी बहुत अधिक महत्व होता है। आपको बता दें कि इस दिन कुबेर जी को धन और वैभव का देवता माना जाता है। हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन कुबेर जी की पूजा करने का विशेष महत्व होता है और वह अपने भक्तों के धन की रक्षा भी करते हैं। साथ ही कुबेर जी की पूजा से घर से दरिद्रता भी दूर हो जाती है।
क्यों होती है कुबेर जी की पूजा?
हिंदू ग्रंथों की मान्यताओं के अनुसार हर देवी-देवता के पास एक-एक जिम्मेदारी दी गई थी। भगवान शिव ने देवताओं के धन की रक्षा के लिए कुबेर जी को इसका भार सौंपा था। इसके बाद से ही भगवान कुबेर ने सभी देवताओं के धन को हमेशा सुरक्षित रखा इसलिए उन्हें देवताओं के धन का धनाध्यक्ष भी कहा जाता है।
कुबेर जी देवताओं के धन को उचित रूप से संग्रह करके रखते थे और कभी भी धन में व्यर्थ नहीं होने देते थे। ऐसा माना जाता है कि कुबेर जी की वजह से ही देवताओं ने हमेशा अपने धन का सदुपयोग किया था। इस कारण से ही आज भी धन के देवता के रूप में कुबेर जी की पूजा की जाती है।
धनतेरस के दिन करें ये उपाय????????
लोगों का यह भी मानना है कि धनतेरस के दिन जो भी धन खरीदा जाता है और कुबेर जी को अर्पित किया जाता है तो उसका विशेष फल प्राप्त होता है और धन की रक्षा भगवान कुबेर स्वयं करते हैं। आपको बता दें कि ऐसा भी माना जाता है कि जिस व्यक्ति के पास धन की कमी होती है और वह नियमित रूप से और विधि-विधान के साथ भगवान कुबेर जी की पूजा करते हैं तो उनकी धन से जुड़ी समस्या समाप्त हो सकती है।