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30 की उम्र के बाद क्यों बढ़ने लगता है स्ट्रोक का जोखिम? जानिए पूरा कारण

🩸 स्ट्रोक क्या होता है?

 

स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क (Brain) के किसी हिस्से में रक्त प्रवाह (blood flow) रुक जाता है या रक्तस्राव (bleeding) हो जाता है।
इससे उस हिस्से की ब्रेन सेल्स (न्यूरॉन्स) मरने लगती हैं, और व्यक्ति को लकवा, बोलने में कठिनाई, या यहां तक कि मृत्यु तक हो सकती है।

स्ट्रोक दो प्रमुख प्रकार के होते हैं:

इस्केमिक स्ट्रोक (Ischemic Stroke) – जब रक्तवाहिका में थक्का (blood clot) जम जाता है।

हेमरेजिक स्ट्रोक (Hemorrhagic Stroke) – जब मस्तिष्क की रक्तवाहिका फट जाती है और खून निकलने लगता है।

⚙️ 30 साल के बाद स्ट्रोक का खतरा क्यों बढ़ जाता है?

1. रक्त वाहिकाओं का बूढ़ा होना (Aging of Blood Vessels)

30 के बाद रक्त वाहिकाएं धीरे-धीरे कम लचीली (less elastic) हो जाती हैं।

उनकी दीवारें मोटी होने लगती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।

यही हाई BP आगे चलकर स्ट्रोक का मुख्य कारण बनता है।

2. मेटाबॉलिज़्म का धीमा होना

उम्र बढ़ने के साथ मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है।

शरीर में फैट और कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है, जो धमनियों को जाम (Atherosclerosis) कर देता है।

इससे मस्तिष्क तक रक्त प्रवाह बाधित हो सकता है।

3. हाई ब्लड प्रेशर का असर

30 के बाद काम का तनाव, कम नींद और खराब खान-पान से BP बढ़ता है।

लगातार हाई BP से ब्रेन की छोटी नसें कमजोर होती हैं और स्ट्रोक की संभावना बढ़ती है।

4. डायबिटीज़ का खतरा

30 के बाद इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ने लगता है, जिससे ब्लड शुगर बढ़ती है।

डायबिटीज़ से रक्त वाहिकाओं की दीवारें कमजोर हो जाती हैं, जिससे स्ट्रोक का रिस्क 2–4 गुना बढ़ जाता है।

5. अनियमित जीवनशैली

धूम्रपान, शराब, जंक फूड, और बैठे-बैठे काम करने की आदत

तनाव, नींद की कमी और शारीरिक निष्क्रियता
इन सबकी वजह से शरीर में हाई BP, मोटापा और कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है — और यही स्ट्रोक के मुख्य कारण हैं।

6. हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes)

पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन और महिलाओं में एस्ट्रोजन स्तर घटने से फैट मेटाबॉलिज़्म बिगड़ता है।

महिलाओं में गर्भनिरोधक गोलियों या प्रेगनेंसी के बाद के हार्मोनल बदलाव भी स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकते हैं।

7. अनुवांशिक कारण (Genetic Factors)

अगर परिवार में स्ट्रोक, हार्ट अटैक या हाई BP का इतिहास है, तो 30 के बाद आपका रिस्क और बढ़ जाता है।

💡 स्ट्रोक का खतरा कैसे घटाएं?

आदतक्या करें
🥗 डाइटकम नमक, कम तेल, फल-सब्ज़ियां, और फाइबरयुक्त भोजन लें
🏃 व्यायामरोज़ाना 30 मिनट वॉक या योग करें
🚭 धूम्रपान/शराबपूरी तरह बंद करें या बहुत सीमित करें
😴 नींद और तनाव नियंत्रण7–8 घंटे नींद लें, मेडिटेशन करें
💉 हेल्थ चेकअपहर साल BP, शुगर, कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाएं

⚠️ निष्कर्ष

स्ट्रोक अब सिर्फ बुज़ुर्गों की बीमारी नहीं रह गई है।
आज के समय में तनाव, खराब आहार और बैठे-बैठे जीवनशैली के कारण 30–40 वर्ष की उम्र में भी स्ट्रोक के केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
समय रहते संतुलित खान-पान, नियमित व्यायाम और नियमित हेल्थ चेकअप से इसे काफी हद तक रोका जा सकता है।