जैसलमेर बस हादसा: बस मालिक-ड्राइवर पर FIR दर्ज, कुछ दिन पहले ही मिला था परमिट
जैसलमेर, राजस्थान | मंगलवार, 14 अक्टूबर 2025
जैसलमेर के थईयात गांव के पास मंगलवार दोपहर हुए भीषण बस हादसे के बाद अब मृतकों की पहचान के लिए डीएनए जांच शुरू कर दी गई है। हादसे में एक और घायल, 10 वर्षीय यूनुस की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है।
पहली FIR दर्ज — बस मालिक और ड्राइवर आरोपी
इस हादसे में जिंदा जले पत्रकार राजेंद्र सिंह चौहान के बड़े भाई चंदन सिंह ने बस मालिक और ड्राइवर के खिलाफ जैसलमेर सदर थाने में मामला दर्ज करवाया है। हादसे के लगभग 24 घंटे बाद यह पहली एफआईआर दर्ज की गई है।
जानकारी के अनुसार, जिस बस में आग लगी, उसे कुछ दिन पहले ही परमिट जारी किया गया था। बस का नंबर RJ 09 PA 8040 है। संबंधित ट्रैवल कंपनी ने इस बस का प्रमोशनल वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था, जिसमें इसे “लग्ज़री और पूरी तरह सुरक्षित” बताया गया था।
14 घायल जोधपुर के बर्न यूनिट में भर्ती
हादसे में झुलसे 14 घायलों का इलाज महात्मा गांधी अस्पताल, जोधपुर में किया जा रहा है। राज्य मंत्री के. के. बिश्नोई और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अस्पताल पहुंचकर स्थिति की जानकारी ली। शेखावत ने कहा कि हादसे की पूरी जांच करवाई जाएगी।
डीएनए जांच की प्रक्रिया शुरू
मृतकों की पहचान के लिए जैसलमेर, जोधपुर और फलोदी में डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं। जयपुर से चार विशेषज्ञों की टीम जोधपुर पहुंच चुकी है। 24 घंटे के भीतर डीएनए रिपोर्ट के आधार पर शवों को परिजनों को सौंपने की तैयारी है।
जोधपुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल बी. एस. जोधा ने बताया कि कई मरीजों की स्थिति गंभीर है।
2-3 मरीज 75-80% तक झुलसे हैं।
5-6 मरीज 50% से अधिक बर्न हैं।
3 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है।
जोधपुर में शवों की सैंपलिंग
महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक फतेह सिंह ने बताया कि डीएनए सैंपलिंग शुरू हो चुकी है। शवों को रखने के लिए जोधपुर के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों — एम्स, व्यास और जीत मेडिकल कॉलेज — से समन्वय किया गया है। एफएसएल टीम और पुलिस दोनों इस प्रक्रिया में शामिल हैं ताकि किसी तरह की गलती न हो।
परिजनों का आक्रोश
डीएनए जांच प्रक्रिया में देरी पर परिजनों ने गुस्सा जताया। उनका कहना था कि “जब अपराधियों के मामलों में रात तक काम हो सकता है तो हमारे अपने के लिए क्यों नहीं?” परिजन इस दुखद स्थिति में अधिकारियों की अनुपस्थिति पर सवाल उठा रहे हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि “बस में आग कैसे लगी, यह जांच का विषय है। बताया जा रहा है कि बस कुछ दिन पहले ही खरीदी गई थी, संभव है कि कोई तकनीकी खराबी रही हो। सरकार को कंपनी से इस पर विस्तृत जांच करवानी चाहिए।”
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि जिनके परिजन हादसे के बाद लापता हैं, वे दिए गए हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें। डीएनए जांच पूरी होने के बाद शवों की पहचान कर उन्हें परिवारों को सौंपा जाएगा।
संक्षेप में:
मृतक: 21
गंभीर घायल: 14
बस का नंबर: RJ 09 PA 8040
एफआईआर दर्ज: बस मालिक और ड्राइवर पर
जांच: डीएनए सैंपलिंग और तकनीकी कारणों की जांच जारी