News Image

उत्तर बंगाल में भारी बारिश और बाढ़ से हुई तबाही पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया

बीते दिनों हुई भारी बारिश से उत्तर बंगाल के कई जिलों — विशेषकर दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी — में बाढ़ और भूस्खलन के कारण व्यापक तबाही हुई है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक कम से कम 32 लोगों की मौत हो चुकी है तथा हजारों परिवार बेघर हो गए हैं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राहत एवं बचाव कार्यों की स्थिति का स्वयं जायज़ा लिया है। वह पहले भी (5 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक) चार दिनों तक प्रभावित क्षेत्रों में रहकर राहत कार्यों की निगरानी कर चुकी हैं। अब वह पुनः शुक्रवार तक उत्तर बंगाल में रहकर हालात पर नज़र रखेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आपदा की एक प्रमुख वजह भूटान से बहकर आया पानी है, जिसने उत्तर बंगाल के कई इलाकों में तबाही मचाई। उन्होंने इस संदर्भ में कहा —

“भूटान से बहकर आया पानी हमारे यहां भारी तबाही का कारण बना है। हमें इससे काफी नुकसान हुआ है, इसलिए हम भूटान से मुआवजा चाहते हैं।”

मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से भी अपील की कि इंडो-भूटान जॉइंट रिवर कमीशन के गठन की प्रक्रिया तेज की जाए, ताकि दोनों देशों के बीच साझा नदियों से संबंधित समस्याओं का स्थायी समाधान निकाला जा सके।

राज्य सरकार ने राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं तथा प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। प्राथमिकता के आधार पर सड़क, बिजली, जल आपूर्ति और संचार सेवाओं की बहाली का कार्य जारी है।