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अमेरिका ने ईरान के ऊर्जा व्यापार पर कड़ी कार्रवाई की – दो भारतीय नागरिकों समेत 50 से अधिक संस्थाओं पर प्रतिबंध

 

वॉशिंगटन, डी.सी., — अमेरिकी वित्त विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय (OFAC) ने ईरान के पेट्रोलियम और पेट्रोलियम उत्पादों के अवैध निर्यात में शामिल 50 से अधिक व्यक्तियों और संस्थाओं पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। प्रतिबंधित इकाइयों में दो भारतीय नागरिक और उनकी कंपनियां भी शामिल हैं।

अमेरिकी वित्त विभाग के अनुसार, ये व्यक्ति और संस्थाएं ईरान के अरबों डॉलर के ऊर्जा निर्यात में सहायता कर रहे थे, जिससे ईरान को महत्वपूर्ण राजस्व प्राप्त हुआ। अमेरिका का आरोप है कि इस राजस्व का उपयोग हमास, हिजबुल्ला और यमन के हूती विद्रोहियों जैसे आतंकवादी संगठनों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में किया गया।

वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा कि यह कार्रवाई ईरान के अवैध ऊर्जा व्यापार नेटवर्क को समाप्त करने और उसके वित्तीय स्रोतों को सीमित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा, “वित्त विभाग ईरान की उन गतिविधियों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है जो क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करती हैं।”

प्रतिबंधित भारतीय नागरिकों में वरुण पुला, मालिक बर्था शिपिंग इंक. (मार्शल द्वीप समूह) और सोनिया श्रेष्ठ, मालिक वेगा स्टार शिप मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (भारत) शामिल हैं। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, इन कंपनियों के जहाज़ों ने चीन और पाकिस्तान को बड़ी मात्रा में ईरानी एलपीजी की आपूर्ति की।

इन प्रतिबंधों के तहत अमेरिका में मौजूद संबंधित व्यक्तियों और संस्थाओं की संपत्तियों को फ्रीज़ कर दिया जाएगा, तथा अमेरिकी नागरिकों और कंपनियों को उनके साथ किसी भी प्रकार का लेन-देन करने से प्रतिबंधित किया गया है।