पाक अधिकृत कश्मीर में उबाल: अवामी एक्शन कमेटी के प्रदर्शन से बिगड़े हालात, सरकार ने इंटरनेट सेवाएं बंद कीं
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में मौजूदा हालात तेजी से तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। अवामी एक्शन कमेटी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग बुनियादी अधिकारों की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। बढ़ते विरोध के बीच पाकिस्तान सरकार ने सुरक्षा कड़ी कर दी है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
अवामी एक्शन कमेटी की मांगें
अवामी एक्शन कमेटी ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया है, जिसके चलते बाजार और परिवहन सेवाएं बंद हैं। समिति ने प्रशासनिक सुधारों को लेकर 38 सूत्रीय मांगपत्र जारी किया है। प्रमुख मांगों में पीओके विधानसभा में कश्मीरी शरणार्थियों के लिए आरक्षित 12 सीटों को खत्म करना, मंगला हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट से सस्ती बिजली उपलब्ध कराना और पाकिस्तान सरकार द्वारा किए गए पुराने वादों को पूरा करना शामिल है।
समिति के नेता शौकत नवाज मीर ने कहा, "हमारा आंदोलन किसी संस्था के खिलाफ नहीं है, बल्कि बुनियादी नागरिक अधिकारों की मांग को लेकर है। बीते 70 वर्षों से हमें ये अधिकार नहीं दिए गए हैं। अब समय आ गया है कि सरकार या तो अधिकार दे, या जनता के गुस्से का सामना करे।"
सुरक्षा व्यवस्था सख्त, हालात तनावपूर्ण
प्रदर्शनों के मद्देनज़र पाकिस्तान सरकार ने पीओके के विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी है। पंजाब से अतिरिक्त बल मंगवाए गए हैं जो अब फ्लैग मार्च कर रहे हैं। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
सरकार, पीओके प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव कम करने के प्रयास भी जारी हैं। इसी सिलसिले में लगभग 13 घंटे लंबी एक बैठक हुई, लेकिन कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई।
लंबे संघर्ष की आशंका
प्रदर्शनकारी समूहों के तेवर देखते हुए यह आंदोलन लंबे समय तक चल सकता है। मुजफ्फराबाद सहित कई इलाकों में व्यापारियों ने लोगों को आवश्यक सामान जुटाने का मौका देने के लिए रविवार को दुकानें खोल रखीं। हालांकि फिलहाल किसी बड़े टकराव की खबर नहीं है, लेकिन माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।