गाजा पर इस्राइली हमले में 32 लोगों की मौत, नेतन्याहू ने युद्धविराम की मांगों को किया नजरअंदाज
गाजा पट्टी में इस्राइल द्वारा किए गए ताज़ा हवाई हमलों में कम से कम 32 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी दी कि यह हमले ऐसे समय में हुए हैं जब इस्राइल पर युद्धविराम को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव लगातार बढ़ रहा है। इसके बावजूद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू हमलों को जारी रखने की अपनी नीति पर कायम हैं।
शनिवार तड़के मध्य और उत्तरी गाजा में हुए हमलों में कई नागरिक अपने घरों में मारे गए। नुसेरात शरणार्थी शिविर में एक ही परिवार के नौ सदस्य हमलों की चपेट में आ गए, जिनके शव अल-अवदा अस्पताल लाए गए।
संयुक्त राष्ट्र में नेतन्याहू का भाषण, कई प्रतिनिधियों ने किया बहिष्कार
ये हमले उस वक्त हुए जब शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भाषण देते हुए कहा कि इस्राइल को "हमास के खिलाफ अपना काम पूरा करना" है। लेकिन उनके भाषण की शुरुआत होते ही कई देशों के प्रतिनिधि हॉल से बाहर चले गए। भाषण के दौरान हॉल में विरोधस्वरूप कुछ नारे भी सुनाई दिए, हालांकि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल अंत तक मौजूद रहा और कुछ जगहों पर तालियां भी सुनाई दीं।
नेतन्याहू ने अपने भाषण में "अभिशाप" शीर्षक से एक क्षेत्रीय मानचित्र भी प्रस्तुत किया, जिस पर उन्होंने रणनीतिक चिन्हों के माध्यम से अपने तर्कों को समझाने का प्रयास किया।
ट्रंप का दावा: गाजा संघर्ष के समाधान के करीब हैं
इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि गाजा युद्ध को समाप्त करने और बंधकों की रिहाई के लिए एक संभावित समझौता जल्द हो सकता है। न्यूयॉर्क में राइडर कप गोल्फ टूर्नामेंट के लिए रवाना होने से पहले ट्रंप ने मीडिया से कहा, "ऐसा लगता है कि हम गाजा पर एक समझौते के करीब हैं। यह समझौता बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करेगा और युद्ध को समाप्त करेगा।"
हालांकि, ट्रंप ने इस संभावित समझौते की कोई स्पष्ट रूपरेखा या समयसीमा साझा नहीं की।
व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ट्रंप और इस्राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू जल्द ही व्हाइट हाउस में मुलाकात कर सकते हैं, जहां इस समझौते की दिशा तय की जाएगी।
अमेरिका का 21-बिंदुओं वाला शांति प्रस्ताव
इसी क्रम में अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में पश्चिम एशिया के लिए 21 बिंदुओं पर आधारित एक शांति योजना प्रस्तुत की है। इस प्रस्ताव का उद्देश्य गाजा में दो वर्षों से जारी संघर्ष को समाप्त करना है।
अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकोफ ने बताया कि यह प्रस्ताव सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, मिस्र, जॉर्डन, तुर्की, इंडोनेशिया और पाकिस्तान जैसे देशों को भेजा गया है। योजना के प्रमुख बिंदुओं में सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई, इस्राइली हमलों पर रोक और इस्राइल-फलस्तीन के बीच शांति वार्ता की बहाली शामिल है।