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भाजपा विधायक के विवादित बयान से महाराष्ट्र की सियासत गरमाई, शरद पवार ने सीएम फडणवीस से की शिकायत

 

महाराष्ट्र में सियासी हलचल उस समय तेज़ हो गई जब भाजपा विधायक गोपीचंद पाडलकर ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयंत पाटिल व उनके माता-पिता को लेकर कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी की। इस बयान के बाद विपक्षी खेमे में नाराज़गी फैल गई।

सूत्रों के मुताबिक, एनसीपी (शरद पवार गुट) प्रमुख शरद पवार, जो इस समय कोल्हापुर दौरे पर हैं, ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को फ़ोन कर इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई। पवार ने कहा, “ऐसी टिप्पणियां महाराष्ट्र की संस्कृति के विपरीत हैं। यह राज्य हमेशा प्रगतिशील विचारों का समर्थन करता आया है। ऐसी बातें अस्वीकार्य हैं।” उन्होंने सीएम से इस मामले को गंभीरता से लेने और उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया।

ठाणे और सांगली में विरोध प्रदर्शन

पाडलकर के बयान के बाद एनसीपी-एसपी कार्यकर्ताओं ने सांगली के ईश्वरपुर और ठाणे में जोरदार विरोध-प्रदर्शन किए। ईश्वरपुर में नारेबाजी हुई, जबकि ठाणे में कार्यकर्ताओं ने पाडलकर का पुतला फूंका। इस प्रदर्शन का नेतृत्व पार्टी विधायक जितेंद्र आव्हाड ने किया।

सीएम फडणवीस की प्रतिक्रिया

पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री फडणवीस ने भी पाडलकर के बयान की निंदा की। उन्होंने कहा, “पाडलकर युवा और आक्रामक नेता हैं। कई बार उनके शब्दों का असर समझ से परे हो जाता है। मैंने उनसे बात कर संयम बरतने की सलाह दी है। शरद पवार जी ने भी मुझसे इस मुद्दे पर चर्चा की और मैंने उन्हें आश्वस्त किया कि मैं ऐसे बयानों को सही नहीं मानता।”

भाजपा पर विपक्ष का हमला

ठाणे में हुए प्रदर्शन के दौरान विधायक जितेंद्र आव्हाड ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “यह सिर्फ जयंत पाटिल का मामला नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति के स्तर का सवाल है। भाजपा को तुरंत पाडलकर के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। अगर पार्टी ऐसा नहीं करती, तो माना जाएगा कि वह ऐसे बयानों को बढ़ावा दे रही है।”