राजस्थान कांस्टेबल परीक्षा में 13 डमी अभ्यर्थी पकड़े गए, जयपुर में चाचा-भतीजा गिरफ्तार
राजस्थान कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2025 में पहली बार अपनाई गई AI आधारित बायोमेट्रिक तकनीक ने नकलचियों की पोल खोल दी। दो दिन तक चली परीक्षा में कुल 13 डमी अभ्यर्थी पकड़े गए। इनमें सबसे चर्चित मामला जयपुर के मुरलीपुरा का रहा, जहां चाचा-भतीजा गिरफ्तार हुए।
जयपुर का मुरलीपुरा मामला
शनिवार को मुरलीपुरा स्थित शहीद हिम्मत सिंह राजकीय स्कूल में परीक्षा देने पहुंचे धौलपुर निवासी भूपेंद्र गुर्जर को बायोमेट्रिक सिस्टम ने अलर्ट कर दिया। जांच में खुलासा हुआ कि भूपेंद्र ने जून में अपने भतीजे धर्मवीर के नाम से परीक्षा दी थी। परीक्षा खत्म होते ही पुलिस ने भूपेंद्र को हिरासत में लिया और बाद में धर्मवीर को भी गिरफ्तार कर लिया।
AI-बायोमेट्रिक से खुला नकलचियों का राज
AI तकनीक से लैस बायोमेट्रिक स्कैनर ने न केवल फिंगरप्रिंट बल्कि चेहरे की पहचान (फोटो मिलान) से भी सटीक जानकारी दी। सभी 13 मामलों में अभ्यर्थियों की पहचान इसी तकनीक के जरिए हो सकी।
परीक्षा के आंकड़े
राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल के 10,000 रिक्त पदों के लिए 13 और 14 सितंबर 2025 को लिखित परीक्षा आयोजित हुई।
कुल 5,24,740 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था।
इनमें से 3,76,902 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए।
दोनों दिनों में औसतन 72% उपस्थिति रही।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (भर्ती एवं पदोन्नति बोर्ड) बिपिन कुमार पाण्डेय ने बताया कि रविवार, 14 सितंबर को जिला पुलिस कॉन्स्टेबल, इंटेलीजेंस, आरएसी, एमबीसी के कॉन्स्टेबल (सामान्य व चालक) पदों के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन प्रदेश के 21 जिलों में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।