वायुसेना के लिए देश में ही बनेगें C -295 एयरक्राफ्ट

गुजरात के वडोदरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय वायु सेना के लिए C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट (परिवहन विमान) के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की आधारशिला रखेंगे। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने आज इस बारे में जानकारी दी। रक्षा सचिव की ओर से बताया गया कि, 30 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट (परिवहन विमान) के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की आधारशिला रखेंगे। रक्षा सचिव ने कहा कि, C-295 एयरक्राफ्ट वायुसेना के लिए एक जरूरी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है। इस एयरक्राफ्ट की मैन्युफैक्चरिंग का जो प्लांट गुजरात के वडोदरा (Vadodara) में स्थापित होने जा रहा है, उसमें वायुसेना की आवश्यकताओं और निर्यात के लिए अतिरिक्त विमानों का निर्माण भी किया जा सकेगा। रक्षा सचिव ने कहा कि, 40 विमान बनाने के अलावा, गुजरात के वडोदरा में यह फैसेलिटी वायुसेना की आवश्यकताओं और निर्यात के लिए अतिरिक्त विमानों का निर्माण कराएगी। डिफेंस आॅफिसर ने कहा कि, भारतीय वायु सेना के लिए C-295 परिवहन विमान का निर्माण गुजरात के वडोदरा में टाटा-एयरबस द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि, गुजरात के वडोदरा में C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की आधारशिला पीएम मोदी 30 अक्टूबर को रखेंगे। रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि, एयरबस स्पेन में अपने प्लांट में जो काम करती है उसका 96% काम अब भारतीय संयंत्र में किया जाएगा। विमान के लिए इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट पब्लिक सेक्टर BEL द्वारा किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि, यह उच्चतम स्वदेशी सामग्री में से एक होगा। कब तक होगी विमानों की आपूर्ति? भारत में बने विमानों की आपूर्ति 2026 से 2031 तक की जाएगी। पहले 16 विमान 2023 से 2025 के बीच आएंगे। IAF के वाइस चीफ एयर मार्शल संदीप सिंह ने कहा कि, भारतीय वायु सेना अंततः इस C-295 परिवहन विमान की सबसे बड़ी परिचालक बन जाएगी। रक्षा सचिव ने कहा कि, इसके आयात पर कोई प्रतिबंध नहीं है। पॉलिसी यह है कि भारत में जो कुछ भी बनाया जा सकता है वह यहां बनाया जाएगा। रक्षा बलों के लिए मेक इन इंडिया आइटम को बढ़ावा देने के लिए एक सतत् प्रयास किया जा रहा है। ऑपरेशनल तैयारियों से समझौता नहीं किया जाएगा और ऑपरेशनल तैयारी हमारे माइंड में सबसे आगे रहेंगी।

वायुसेना के लिए देश में ही बनेगें C -295 एयरक्राफ्ट